कानपुर। नौकरी एवं पचास हजार रुपये का लालच देकर मतान्तरण करने के
लिए दो बसों में जा रहे लोगों को नवाबगंज थाने की पुलिस ने शनिवार देर रात
वाहन चेकिंग के दौरान रोक लिया। धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरोह के मुख्य
आरोपित समेत दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके विधिक कार्रवाई कर रही है।
सहायक
पुलिस आयुक्त कर्नलगंज महेश कुमार ने रविवार को बताया कि शनिवार को पुलिस
को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग कानपुर के आर्थिक रूप से कमजोर
परिवार के लोगों को धन की लालच एवं नौकरी दिलाने के नाम पर शहर में धर्म
परिवर्तन का काम कर रहे हैं। खबर यह भी थी कि दो बसों में भरकर लोग उन्नाव
जनपद में एक स्थान पर ले जाकर धर्म परिवर्तन कराने की योजना बनाई है।
पुलिस
इस सूचना की पुष्टि के लिए लखनऊ व उन्नाव जाने वाले मार्ग पर शनिवार देर
रात वाहनों की सघन चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी बीच दो बसों में सवार
होकर लोग उन्नाव की ओर जा रहे थे। पुलिस ने संदेह होने पर दोनों बसों को
रोककर मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने सभी लोगों को बस से उतारा एवं
पूछताछ शुरू कर दी। पूछताछ के दौरान संजय वाल्मीकि ने बताया कि पचास हजार
रुपये महीना और नौकरी दिलाने की लालच देकर सभी गरीब लोगों को लेकर उन्नाव
में स्थित एक स्थान पर दबिश देने जा रहे हैं।
पूछताछ के
दौरान संजय ने बताया कि धर्म परिवर्तन के इस कारोबार में मुख्य भूमिका
साइमन विलियम और दीपक मोरिस काम करते है। मामले को गंभीरता से लेते हुए
दीपक मोरिस और साइमन बिलियम के खिलाफ नवाबगंज थाने में उत्तर प्रदेश
मतांतरण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करके विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।