शिमला,। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के चलते उत्पन्न दुखद परिस्थितियों को देखते हुए हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 26 अप्रैल को शिमला में प्रस्तावित ‘संविधान बचाओ’ रैली को स्थगित करने का फैसला लिया है। यह जानकारी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय द्वारा गुरूवार को जारी एक सर्कुलर में दी गई है।
कांग्रेस द्वारा जारी परिपत्र में बताया गया कि पार्टी की राज्य इकाई की अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह ने जम्मू-कश्मीर में हुए इस आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा है कि निर्दोष नागरिकों की शहादत को सम्मान देने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। पार्टी ने इस मौके पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं देश के संवैधानिक मूल्यों और लोकतांत्रिक प्रणाली पर सीधा हमला हैं।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक अहम बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने भारतीय जनता पार्टी पर डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों और संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए ‘संविधान बचाओ’ अभियान की घोषणा की थी। इसी अभियान की शुरुआत के तौर पर 26 अप्रैल को शिमला के ऐतिहासिक चौड़ा मैदान स्थित अंबेडकर चौक से एक राज्य स्तरीय रैली आयोजित करने की योजना बनाई गई थी।
मुख्यमंत्री सुक्खु ने पहले इस रैली को लेकर जानकारी देते हुए कहा था कि यह रैली संविधान की रक्षा और भाजपा के कथित जनविरोधी एजेंडे को उजागर करने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है। उन्होंने बताया था कि इस रैली में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सांसद रजनी पाटिल, राज्य सरकार के सभी मंत्री, विधायक, पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी और हजारों की संख्या में कार्यकर्ता भाग लेने वाले थे।
रैली के माध्यम से कांग्रेस का उद्देश्य भाजपा पर सीधा हमला बोलते हुए यह संदेश देना था कि देश का संविधान खतरे में है और इसे बचाने के लिए जनता को जागरूक होना जरूरी है। पार्टी इस अभियान के तहत पूरे प्रदेश में जनसभाओं और संवाद कार्यक्रमों की योजना भी बना चुकी थी। हालांकि अब प्रदेश कांग्रेस ने मानवीय संवेदनाओं को प्राथमिकता देते हुए इस रैली को स्थगित करने का निर्णय लिया है।
पहलगाम आतंकी हमले के कारण कांग्रेस ने स्थगित की संविधान बचाओ रैली
