BREAKING NEWS

logo

"अचानक घेर लिया, फिर सबकुछ खत्म हो गया…"— सामने आया पुलिस


कोलकाता,  दुर्गापुर की मेडिकल छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता के संक्षिप्त लेकिन सटीक बयान ने घटना की बर्बरता को उजागर कर दिया है। उसने आधिकारिक शिकायत के तौर पर जो पत्र पुलिस को दिया है वह "हिन्दुस्थान समाचार" को मिला है। इसमें पीड़िता ने अपने साथ हुई बर्बरता को बयान किया है।

पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने अपने बयान में लिखा है— “मैं अपने दोस्त के साथ कैंपस के बाहर टहल रही थी। तभी अचानक कुछ लोग आए, हमें घेर लिया और फिर उन्होंने मेरे साथ जबरदस्ती की।” इसमें पीड़िता ने बताया है कि कई लोगों ने मिलकर उसके साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया। उसके पुरुष साथी को भी मारपीट कर वहां से भगा दिया था।

इस छोटे से बयान में उस भयावह रात की पूरी दास्तान छिपी है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि लड़की के इस बयान के आधार पर ही मामला दर्ज हुआ और जांच की दिशा तय हुई। बयान से यह साफ है कि घटना योजनाबद्ध नहीं, बल्कि मौके का फायदा उठाकर की गई बर्बर वारदात थी।

जानकारी के अनुसार, कॉलेज कैंपस से करीब सात सौ मीटर दूर घनी झाड़ियों के पास यह घटना घटी, जहां लंबे समय से शराब और नशीले पदार्थों का अड्डा सक्रिय था। आरोपित युवकों ने पहले छात्रा और उसके साथी को देखा, फिर उन्हें रोककर अभद्र टिप्पणियां कीं। विरोध करने पर उन्होंने छात्रा के मित्र को पीटकर भगा दिया और छात्रा को घसीटकर जंगल की ओर ले गए, जहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया।

पीड़िता ने बताया कि हमलावरों ने न केवल उसके साथ अमानवीय अत्याचार किया, बल्कि उसका मोबाइल फोन और बैग से पांच हजार रुपये भी छीन लिए। घटना के बाद किसी तरह वह कॉलेज लौटी और अधिकारियों को पूरी बात बताई, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।

जांच में जुटे अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता के बयान के तुरंत बाद नशे के अड्डे पर छापेमारी की गई। वहां से पकड़े गए कुछ संदिग्धों की पहचान पीड़िता के मित्र ने कराई, जिनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान शेख रियाजुद्दीन, अपू बाउरी और फिरदौस शेख के रूप में हुई है।

इस बीच, पुलिस ने बताया कि घटना के समय पीड़िता का फोन इन्हीं आरोपितों के पास से मिला, जिसकी लोकेशन ट्रैकिंग के जरिए गिरफ्तारी संभव हुई। फिलहाल तीन आरोपित पुलिस हिरासत में हैं, जबकि दो और संदिग्धों की तलाश जारी है।

घटना ने राज्य में महिला सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता पैदा कर दी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि दुर्गापुर की घटना में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र न्याय की मांग की है।