पटना बिहार में उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती सीवान-सारण जिले
में अबतक संदिग्ध अवस्था में 24 लोगों की मौत हो गई है। सीवान के पुलिस
अधीक्षक अमितेश कुमार ने गुरुवार सुबह बताया कि सीवान सिविल सर्जन की
रिपोर्ट के अनुसार जिले में 20 लोगों की मौत हुई है। जबकि 4 लोगों की मौत
की पुष्टि सारण जिले के पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने की है।
मृतकों
की संख्या बढ़ने का अंदेशा है। बीमार व उनके स्वजन खुलकर मंगलवार रात
जहरीली शराब के सेवन की बात कह रहे हैं। जबकि दोनों जिलों के डीएम व एसपी
संदिग्ध पेय पदार्थ का सेवन मान रहे हैं। उनका कहना है कि पोस्टमार्टम व
बिसरा रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा कि मौत का वास्तविक कारण क्या है।
स्थानीय
लोगों की शिकायत पर पुलिस ने क्षेत्र के चिह्नित शराब विक्रेताओं की
गिरफ्तारी शुरू कर दी है। सारण में आठ तो सिवान में एक दर्जन से अधिक शराब
विक्रेता हिरासत में लिए गए हैं। उनसे पूछताछ कर शराब या स्प्रिट आपूर्ति
का जरिया पता किया जा रहा है। सारण एसपी कुमार आशीष ने 4 मौत की पुष्टि की
है। उन्होंने मशरक थाना क्षेत्र में बीट के पुलिस पदाधिकारी व चौकीदार को
निलंबित कर दिया है। वहीं, एलटीएफ (लिकर टास्क फोर्स) प्रभारी व मशरक
थानाध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
सीवान एसपी अमितेश
कुमार ने भगवानपुर थाना के दो चौकीदारों को निलंबित कर दिया है, वहीं
भगवानपुर थाना अध्यक्ष व मद्य निषेध के एसआई व एएसआई के खिलाफ कार्रवाई की
अनुशंसा की है।
सारण डीएम अमन समीर एवं सिवान डीएम मुकुल कुमार
गुप्ता ने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए एडीएम के नेतृत्व में जांच
टीम का गठन कर दिया गया है। राज्य स्तर पर भी मद्य निषेध विभाग की टीम जांच
के लिए पहुंचेगी। अगर जहरीली शराब से मौत की पुष्टि हो जाती है तो
आपूर्तिकर्ता को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।