लखनऊ,। पीजीआई थाना क्षेत्र में मिले नरकंकाल की पहचान और
हत्या के मामले का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया है। शराब पार्टी के
दौरान हुए विवाद के बाद दोस्त ने दोस्त की हत्या कर दी थी।
पुलिस
उपायुक्त पूर्वी ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि रेवतापुर गांव के
रहने वाले अंकुर की गुमशुदर्गी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। पुलिस की दो
टीमें उसे खोज रही थी। 10 अक्टूबर को एक नरकंकाल मिला, उसके कपड़ों से भाई
विशाल ने पहचान अपने लापता भाई अंकुर के रूप की। तहरीर के आधार पर पुलिस
मामले की जांच कर रही थी। इस दौरान कई ऐसे साक्ष्य हाथ पुलिस को लगे। उसी
आधार पर पुलिस ने शनिवार को पीजीआई के ग्राम रेवतापुर निवासी अतुल बाजपेई
उर्फ राजबीर बाजपेई को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में उसने अपना
गुनाह स्वीकारते हुए बताया कि उसकी अंकुर से अच्छी दोस्ती थी। दोनों एक साथ
खाते-पीते भी थे। घटना के एक दिन पहले उन्होंने शराब पार्टी की थी। इसी
दौरान दोनों में झगड़ा हो गया। इस बात से वह काफी आहत था और नशे में होने के
कारण उसने अंकुर की गला दबाकर हत्या कर दी। लाश को झाड़ियों में छिपा दिया।
पुलिस ने अंकुर की हत्या में अतुल को गिरफ्तार कर इस ब्लाइंड मर्डर का
खुलासा कर दिया है।