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सर्दियों में कम दृश्यता से निपटने के लिए कोलकाता एयरपोर्ट पर खास तैयारी



कोलकाता,। सर्दियों के आगमन के साथ, कोलकाता का नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (एनएससीबीआई) कम दृश्यता की चुनौती से निपटने के लिए तैयारियों में जुट गया है। सर्दियों के महीनों में घने कोहरे के कारण कोलकाता में दृश्यता काफी कम हो जाती है, जिससे उड़ान संचालन पर असर पड़ता है।

सुबह के समय कोहरे के कारण उड़ानों में देरी से एयरलाइंस की पूरी समय सारिणी गड़बड़ा जाती है। इसे ध्यान में रखते हुए हवाई अड्डा प्रशासन ने लो विजिबिलिटी प्रोसीजर (एलवीपी) लागू करने की योजना बनाई है।

एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के एक अधिकारी ने बताया कि जब दृश्यता 800 मीटर से कम हो जाती है या बादलों की ऊंचाई 200 फीट से नीचे आ जाती है, तो एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) द्वारा एलवीपी घोषित किया जाता है। इस स्थिति में, "फॉलो-मी" वाहन विमान को उसके निर्धारित स्थान तक सुरक्षित पहुंचाते हैं।

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सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपाय

एनएससीबीआई एयरपोर्ट के निदेशक डॉ. प्रवात रंजन बेरिया ने कहा कि एलवीपी के तहत हवाई अड्डा संचालक, एटीसी और पायलट मिलकर समन्वय करते हैं ताकि उड़ानों का संचालन सुरक्षित तरीके से हो और यात्रियों को असुविधा न हो। उन्होंने बताया, "इन प्रक्रियाओं से यह सुनिश्चित किया जाता है कि विमान सुरक्षित रूप से लैंड, टैक्सी और उड़ान भर सकें।"

हवाई अड्डे पर अत्याधुनिक कैट-III बी इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) उपलब्ध है, जो 50 मीटर तक की रनवे विजुअल रेंज (आरवीआर) पर विमान को लैंड करने में सक्षम बनाता है। एएआई यह सुनिश्चित करेगा कि सभी उपकरण, जैसे आईएलएस और ग्राउंड लाइट्स, सुचारू रूप से काम करें।

हवाई अड्डा निदेशक ने बताया कि उड़ानों में देरी की स्थिति में यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखा जाएगा। सभी फूड आउटलेट्स को पर्याप्त स्टॉक रखने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही यात्रियों के लिए पर्याप्त कुर्सियां भी उपलब्ध कराई जाएंगी।

नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने हाल ही में एक समीक्षा बैठक में कोहरे से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने एयरलाइंस से यात्रियों को उड़ानों में देरी की जानकारी देने और चेक-इन काउंटरों पर पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

इस बीच, इंडिगो एयरलाइंस ने भी कोहरे के दौरान उड़ानों को सुचारू रखने के लिए विशेष रणनीतियां अपनाई हैं। एयरलाइन ने लो विजिबिलिटी ऑपरेशंस (एलवीओ) के लिए प्रशिक्षित क्रू को तैनात करने और उन्हें एयरपोर्ट के पास तैनात करने की योजना बनाई है ताकि किसी भी देरी को कम किया जा सके।

इंडिगो ने यह भी कहा कि क्रू के लिए परिवहन और आवास की व्यवस्था पहले से की जाएगी ताकि स्थिति सुधरने के बाद उड़ान संचालन तुरंत शुरू किया जा सके। कोलकाता एयरपोर्ट की यह तैयारियां यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के साथ उड़ानों में होने वाली देरी को कम करने में मदद करेंगी।