इस्लामाबाद, । पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद का डी-चौक अभी भी
छावनी में तबदील है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) संस्थापक और पूर्व
प्रधानमंत्री इमरान खान के हजारों समर्थकों का काफिला यहां अभी पहुंच नहीं
पाया है। हुकूमत ने सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त किया है।
पीटीआई ने
इमरान खान के आह्वान पर 24 नवंबर को डी चौक पर प्रदर्शन का ऐलान किया था।
इमरान समर्थक भारी सुरक्षा बलों की तैनाती और मोबाइल व इंटरनेट सेवाओं पर
रोक के बीच विरोध प्रदर्शन करने के लिए संघीय राजधानी के लिए कूच कर चुके
हैं। जेल में बंद 72 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री खान ने 13 नवंबर को, 24
नवंबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के लिए अंतिम आह्वान किया था। पीटीआई ने
जनता से गुलामी की बेड़ियां तोड़ने के लिए मार्च में शामिल होने का आह्वान
किया है।
डी-चौक कई महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों के करीब स्थित है।
यहां राष्ट्रपति आवास, प्रधानमंत्री कार्यालय, संसद और उच्चतम न्यायालय
मौजूद है। समूचे इलाके में पुलिस और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी के साथ रेंजर्स
तैनात हैं। प्रदर्शन के मद्देनजर श्रीनगर राजमार्ग, जीटी रोड और
एक्सप्रेस-वे सहित सारे इस्लामाबाद में मार्गों पर कंटेनर रखवा दिए गए हैं।
डी-चौक, इस्लामाबाद हवाई अड्डे और न्यू मर्गल्ला रोड पर ए-11 प्वाइंट
क्षेत्रों में आसानी से नहीं पहुंचा जा सकता है। इमरान खान की पत्नी बुशरा
बीबी और खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के नेतृत्व में
एक काफिला पेशावर से शनिवार को इस्लामाबाद के लिए रवाना हुआ।
गंडापुर के काफिले पर आंसू गैस के गोले दागे गए
जियो
न्यूज चैनल के अनुसार, पुलिस ने तड़के ढोक घर के पास खैबर पख्तूनख्वा के
मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के नेतृत्व में पीटीआई के काफिले पर आंसू गैस
के गोले दागे। बावजूद इसके मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के नेतृत्व में
पीटीआई का मुख्य काफिला सोमवार तड़के गाजी बरोथा पुल को पार कर गया। गाजी
बरोथा पुल इस्लामाबाद से 100 किलोमीटर दूर है। पीटीआई समर्थकों ने गाजी
बरोथा के पास ठंड से बचने के लिए झाड़ियों में आग लगाकर तापी। उधर,
इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक सैयद अली नासिर रिजवी ने तड़के संघीय
राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करने के लिए सुरक्षा
प्रभाग कमांड और नियंत्रण केंद्र का दौरा किया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों
को निर्देश भी जारी किए।
वित्तमंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा-रोजाना 190 अरब का नुकसान
जियो
न्यूज चैनल के अनुसार, वित्तमंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि विपक्ष के
विरोध प्रदर्शनों की वजह से सड़कें बंद होने और शटडाउन के कारण पाकिस्तान
को प्रतिदिन 190 अरब रुपये का नुकसान हो रहा है। मंत्री की टिप्पणी तब आई
है जब विपक्षी दल पीटीआई के संस्थापक इमरान खान के आह्वान पर इस्लामाबाद के
डी-चौक पर "करो या मरो" विरोध प्रदर्शन करने के लिए इस्लामाबाद की ओर
मार्च कर रहा है।
इमरान खान के समर्थन में अमेरिका में प्रदर्शन
जियो
न्यूज चैनल की खबर में कहा गया है कि पीटीआई संस्थापक इमरान खान के आह्वान
पर ह्यूस्टन, डलास, ऑस्टिन और प्लानो सहित अमेरिकी राज्य टेक्सास के
विभिन्न शहरों में पीटीआई ने रैलियां और प्रदर्शन आयोजित किए। इन विरोध
प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में पुरुषों और महिलाओं ने हिस्सा लिया।
ह्यूस्टन में पीटीआई नेता सज्जाद बुर्की और आतिफ खान ने प्रदर्शनकारियों को
संबोधित किया। डलास में नदीम जमान, लुबना खान, हाफिज रियाज हुसैन और
नाजिया खान ने भाषण दिए। वक्ताओं ने इमरान खान और सभी निर्दोष राजनीतिक
कैदियों की तत्काल रिहाई, 26वें संवैधानिक संशोधन को रद्द करने, पाकिस्तान
में लोकतंत्र और संवैधानिक अधिकारों की बहाली और सार्वजनिक जनादेश की वापसी
की मांग की।