दमिश्क। लंबे समय से गृह युद्ध से जूझ रहे सीरिया के
राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार अपने प्राचीनतम शहर अलेप्पो शहर को नहीं
बचा पाई। सीरियाई सरकारी बलों और रूस के तोपखाने भी अल-कायदा समर्थित हयात
तहरीर अल-शाम के लड़ाकों को पीछे नहीं धकेल सके। लड़ाकों ने शहर के बड़े
हिस्से में नियंत्रण कर लिया। सीरियाई सरकारी बलों के एक करीबी सूत्र ने
अरबी समाचार वेबसाइट '963+' से पुष्टि की कि रूस ने देश के पूर्व के डेर
एज-जोर गवर्नरेट में तैनात अपने सभी बलों को हटला शहर में अपने बेस पर वापस
बुला लिया है। अब अल-सलीहिया, खशम, मराट, ताबिया और सात गांवों में रूसी
बल का एक भी सदस्य नहीं है। मजलूम और अल-हुसैनियाह जरूर अभी सरकारी बलों के
नियंत्रण में हैं। इस बीच रूस ने फराद नदी के दो किनारों पर पुल का
निर्माण शुरू किया है।उत्तरी सीरिया के अलेप्पो शहर के कई इलाकों में
रविवार को हयात तहरीर अल-शाम के लड़ाकों और तुर्किये समर्थित विपक्षी गुटों
के बीच झड़प हुई है। औद्योगिक क्षेत्र और सैन्य कॉलेज के आसपास घमासान के
बाद हयात तहरीर अल-शाम ने रामौसा के आर्टिलरी कॉलेज, सैन्य अकादमी और
अलेप्पो शहर के शेख नज्जर क्षेत्र पर भी नियंत्रण कर लिया। शहर में सरकारी
सैन्य उपस्थिति खत्म हो गई है। हालांकि लड़ाकों पर सुबह रूसी युद्धक
विमानों ने हमला किया। तुर्किये के विदेशमंत्री हकन फिदान ने रविवार शाम
अपने सऊदी, इराकी और अमेरिकी समकक्षों के साथ फोन पर बात की है।एक अन्य
रिपोर्ट के अनुसार, हयात तहरीर अल-शाम के लड़ाकों ने दर्जनों सीरियाई
सैनिकों की हत्या की। लड़ाकों ने सीरियाई सेना के ठिकानों और अंतरराष्ट्रीय
हवाई अड्डे पर भी कब्जा करने के साथ हामा प्रांत के चार कस्बों पर भी
नियंत्रण पा लिया है। अब वह प्रांतीय राजधानी की तरफ बढ़ रहे हैं। इस बीच
सरकारी सेना ने रूस की मदद से लड़ाकों को रोकने की कोशिश की है। इस
कार्रवाई में 20 लड़ाके के मारे जाने की सूचना है।