वाराणसी,। मौनी अमावस्या पर्व के अमृत स्नान के पूर्व ही
प्रयागराज महाकुम्भ में संगम तट पर भीड़ के दबाब से हुए भगदड़ को देख
वाराणसी जिला प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
मंगलवार आधी रात के बाद से तड़के मौनी अमावस्या स्नान के शुरू होने के पहले
ही अफसर भारी फोर्स के साथ गंगाघाटों, दशाश्वमेध, गोदौलिया, बांसफाटक,
चौक, ज्ञानवापी क्रासिंग और काशी विश्वनाथ धाम में डट गए। पूरी रात अफसरों
ने भीड़ प्रबंधन करने के साथ श्रद्धालुओं के साथ संवाद भी बनाए रखा।
उधर,
महाकुम्भ के पलट प्रवाह को देख 30 जनवरी तक काशी में आने वाले श्रद्धालुओं
की अत्यधिक संख्या को देख यातायात विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें
भदऊ चुंगी से गोलगड्डा, कैण्ट रेलवे स्टेशन, लहरतारा, मण्डुवाडीह,
भिखारीपुर, सुन्दरपुर होकर जाने वाले मार्ग का प्रयोग और इसी मार्ग से
श्रद्धालुओं को लौटाया जा रहा है। शहर के अन्दर के हिस्सों में (भेलूपुर,
चेतगंज, कोतवाली, लक्सा, सिगरा थाना क्षेत्र) ऑटो व ई-रिक्शा के आवागमन पर
पूर्णत: प्रतिबन्ध लगाया गया है। जिला प्रशासन ने काशीवासियों से अपील है
कि शहर के अन्दर (भेलूपुर, चेतगंज, कोतवाली, लक्सा, सिगरा थाना क्षेत्र)
अति आवश्यक होने पर ही अपने चार पहिया वाहनों का उपयोग करें, जिससे यातायात
व्यवस्थित रूप से चलाया जा सके। आपातकालीन सेवाओं से सम्बन्धित वाहनों को
प्रतिबन्धों से बाहर रखा गया है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं व स्थानीय
लोगों से निवेदन किया गया है कि यातायात पुलिस की ओर से जारी ट्रैफिक
एडवाइजरी का पालन कर सहयोग करें।
प्रयागराज संगम तट पर भगदड़ के बाद काशी में अफसरों ने भीड़ प्रबंधन में झोंकी ताकत —आधी रात के बाद ही अफसर फोर्स के साथ गंगाघाट, गोदौलिया,दशाश्वमेध मार्ग पर डटे
