रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन में संवेदनशीलता, तत्परता और जनहित के
प्रति प्रतिबद्धता की मिसाल उस समय देखने को मिली, जब महिला एवं बाल विकास
तथा समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने एक पीड़ित महिला की महीनों से
लंबित समस्या का त्वरित समाधान सुनिश्चित कराया।
नोनी सुरक्षा योजना
से संबंधित दस्तावेज़ों में नाम सुधार के लिए पीड़ित महिला लंबे समय से
विभागीय कार्यालयों के चक्कर लगा रही थी। बार-बार आवेदन और निवेदन के
बावजूद उसकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा था, जिससे वह मानसिक रूप से
अत्यंत परेशान थी।
आज सोमवार को रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के
दौरान जब महिला ने अपनी व्यथा मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के समक्ष रखी, तो
मंत्री राजवाड़े ने अत्यंत संवेदनशीलता के साथ उसकी बात सुनी। उन्होंने
बिना विलंब किए मौके पर ही संबंधित विभागीय अधिकारी से फोन पर चर्चा कर
समस्या के शीघ्र एवं समयबद्ध निराकरण के स्पष्ट निर्देश दिए।
मंत्री
राजवाड़े ने दो टूक शब्दों में कहा कि, महिलाओं और बच्चों से जुड़ी योजनाओं
में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं किया जायेगा। उन्होंने यह
भी निर्देशित किया कि जिन अधिकारियों की निष्क्रियता के कारण हितग्राही को
अनावश्यक रूप से परेशान होना पड़ा, उनके विरुद्ध जवाबदेही तय की जाए।
मंत्री
राजवाड़े ने कहा कि सरकार की जनहितकारी योजनाओं का उद्देश्य केवल कागज़ों तक
सीमित रहना नहीं, बल्कि पात्र हितग्राहियों तक उनका लाभ समय पर और सम्मान
के साथ पहुँचना है। महिलाओं और बच्चों से जुड़ी किसी भी समस्या को नजरअंदाज
नहीं किया जा सकता।
यह घटना राज्य में सुशासन और संवेदनशील प्रशासन
का सकारात्मक संदेश देती है तथा यह प्रमाणित करती है कि मंत्री लक्ष्मी
राजवाड़े जनहित से जुड़े मामलों में त्वरित निर्णय लेकर आमजन के विश्वास को
निरंतर सशक्त कर रही हैं।