सारण: बिहार में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके
हैं कि अब वे दिन-दहाड़े और शाम ढलते ही पुलिस की गश्ती को धता बताकर बड़ी
वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि गृह मंत्री सम्राट चौधरी के दि
गई चेतावनी अपराधियों के लिए महज एक 'जुमला' बनकर रह गई है। पिछले एक महीने
में मात्र एक प्रखंड बनियापुर में हत्या, लूट और डकैती की घटनाओं में आई
अचानक बाढ़ ने पुलिस के खुफिया तंत्र की विफलताओं को उजागर कर दिया है।
कानून को हाथ में लेने वालों को बख्शा
नहीं जाएगा। सारण में जारी अपराधों का यह सिलसिला यह स्पष्ट संकेत दे रहा
है कि केवल बयानों से अपराधियों के हौसले पस्त नहीं होने वाले। जनता अब ठोस
कार्रवाई और जमीन पर सुरक्षा का अहसास चाहती है। अब देखना यह है कि क्या
सारण पुलिस इस बड़ी डकैती का उद्भेदन कर अपना खोया हुआ 'इकबाल' वापस पा
पाती है या नहीं।
ताजा मामला सारण जिले के बनियापुर
थाना क्षेत्र के पिठौरी तख्त गांव का है, जहां शनिवार की शाम हथियारबंद
अपराधियों ने एक घर को निशाना बनाते हुए लगभग 50 लाख रुपये की संपत्ति लूट
ली और जमकर उत्पात मचाया।
इस घटना ने न केवल पुलिस की कार्यशैली
पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं ब्लकि सूबे के उपमुख्यमंत्री सह गृह मंत्री
सम्राट चौधरी की उस सख्त चेतावनी पर भी सवालिया निशान लगाती है जिसमें
उन्होंने कहा था 'अपराध छोड़ो या बिहार छोड़ो'।
सारण की वर्तमान
स्थिति को देखकर स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि शाम के समय गांव के भीतर
घुसकर डकैती करना पुलिस की गश्ती और खुफिया तंत्र की पूर्ण विफलता को
दर्शाता है।
पीड़ित
गोविंद सिंह द्वारा पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार, घटना बीती शाम करीब
6:30 बजे जब घर के सदस्य अपने दैनिक कार्यों में व्यस्त थे तभी 25 से 30
वर्ष की आयु के चार अज्ञात युवक जबरन घर में घुस आए।
अपराधियों ने घर में
प्रवेश करते ही हथियारों के बल पर पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को बंधक बना
लिया। जब परिजनों ने विरोध करने की कोशिश की तो डकैतों ने उनके साथ बेरहमी
से मारपीट की और जान से मारने की धमकी देकर पूरे परिवार को दहशत में डाल
दिया।
अपराधियों ने लगभग एक घंटे तक घर में तांडव मचाया। अलमारियों
और बक्सों को खंगालते हुए अपराधियों ने 3 लाख रुपये नकद और करीब 40 लाख
रुपये मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण लूट लिए।
साक्ष्य मिटाने और परिवार को
बाहरी दुनिया से काटने के लिए अपराधियों ने घर के मोबाइल फोन तोड़ दिए और
कुछ कीमती फोन अपने साथ ले गए। वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी बड़ी
आसानी से फरार हो गए जिससे गांव में सनसनी फैल गई है।
स्थानीय
लोगों का कहना है कि अब अपराधियों के मन से पुलिस का खौफ पूरी तरह खत्म हो
चुका है। आए दिन हो रही वारदातों ने आम जनता को अपने ही घरों में असुरक्षित
महसूस करने पर मजबूर कर दिया है।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में
हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार
आशीष, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर-2 और बनियापुर थानाध्यक्ष पुलिस बल के
साथ मौके पर पहुंचे।
एसएसपी ने पीड़ित परिवार से बातचीत कर लुटे गए
सामानों बरामद करने का भरोसा दिया है तथा जिला आसूचना इकाई को तकनीकी
साक्ष्य जुटाने के निर्देश दिए। फिलहाल पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज
खंगाल रही है और संदिग्धों की पहचान के लिए छापेमारी की जा रही है।
हालांकि
पुलिस प्रशासन का दावा है कि स्थिति नियंत्रण में है। एसएसपी डॉ कुमार
आशीष ने आश्वासन दिया है किअपराधियों की पहचान के लिए वैज्ञानिक साक्ष्य
जुटाए जा रहे हैं। जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर लूटे गए सामान की
बरामदगी सुनिश्चित की जाएगी।

