देहरादून। विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर उत्तराखंड सरकार ने एक
बार फिर दिव्यांगजनों की प्रतिभा, दृढ़ता और साहस को सलाम करते हुए उन्हें
सम्मानित करने का निर्णय लिया है। आगामी 3 दिसंबर को देहरादून के सुभाष रोड
स्थित लॉर्ड बैंकटेश्वर वैडिंग प्वाइंट पर आयोजित होने वाले समारोह में
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य के 87 दिव्यांगजनों और दिव्यांगजनों के
लिए कार्यकरने वाली दो संस्थाओं को सम्मानित करेंगे।
मुख्यमंत्री
पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को कहा कि दिव्यांगजन समाज की अनमोल धरोहर हैं।
उनकी मेहनत और आत्मविश्वास से प्रेरणा लेकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाया
जा सकता है। यह सम्मान उनके अदम्य साहस और समाज के प्रति योगदान को सलाम
है। उन्होंने कहा कि यह समारोह न केवल दिव्यांगजनों की उपलब्धियों को
मान्यता देगा, बल्कि उन्हें और अधिक प्रेरित करेगा। इस कार्यक्रम से यह
संदेश भी जाएगा कि दिव्यांगता किसी के सपनों की राह में बाधा नहीं बन सकती।
तीन
श्रेणी के दिव्यांगजन होंगे सम्मानितसम्मान पाने वाले तीन श्रेणी के
दिव्यांगजनों में पौड़ी, टिहरी, चमोली, उत्तरकाशी, देहरादून, हरिद्वार,
नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चम्पावत, और उधमसिंहनगर जिलों से
87 लोग शामिल हैं। इनमें हरिद्वार से सबसे अधिक 21 प्रतिभागी हैं।उत्कृष्ट
कर्मचारी श्रेणी में सरकारी विभागों में अपनी मेहनत और लगन से उल्लेखनीय
योगदान देने वाले 25 दिव्यांग कर्मचारियों को आठ हजार रुपये नकद, मेडल और
प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।दक्ष खिलाड़ी श्रेणी में राष्ट्रीय और राज्य स्तर
पर खेलों में उत्तराखण्ड का नाम रोशन करने वाले 32 दिव्यांग खिलाड़ियों का
चयन किया गया है।यह खिलाड़ी न केवल राज्य के लिए प्रेरणा बने हैं, बल्कि
उन्होंने दिव्यांगजनों के लिए नई उम्मीदें जगाई हैं।स्वरोजगार में
आत्मनिर्भर श्रेणी में अपने व्यवसायों के माध्यम से परिवार का पालन-पोषण कर
रहे 30 दिव्यांगजनों को सम्मानित कर उनके साहस और आत्मनिर्भरता को सराहा
जाएगा।
विशेष योगदान देने वाली दो संस्थाएं भी होंगी
सम्मानितदिव्यांगजनों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति सुधारने में योगदान देने
वाली दो स्वैच्छिक संस्थाओं को भी मुख्यमंत्री सम्मानित करेंगे। यह पहल
सरकार और सामाजिक संगठनों के बीच समन्वय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।