अहमदाबाद,। पिछले कई वर्षाें में गुजरात पर्यटन तथा यात्राधामों
के लिए किए गए विकास कार्याें की बदाैलत आज वर्ल्ड टूरिज्म मैप पर चमक रहा
है। राज्य में दो दशकों में पर्यटकों की संख्या में 22 गुना वृद्धि हुई है।
इसके साथ ही राज्य के पर्यटन विभाग का
बजट वर्ष 2001-02 में पर्यटन विभाग का बजट 12 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्ष 2024-25 में 1620.06 करोड़ रुपये हो गया है।
नरेन्द्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री के रूप में 23
वर्ष पूर्ण होने पर गुजरात सरकार 7 से 15 अक्टूबर के दौरान विकास सप्ताह
मना रही है। आज विश्वभर के पर्यटकों के लिए गुजरात पसंदीदा राज्य बन गया
है। वर्ष 2003-04 में राज्य में केवल 61.5 लाख पर्यटक आते थे, जिनकी संख्या
वर्ष 2022-23 में 14 करोड़ के पार हो गई। इनमें 22 लाख से अधिक विदेशी
पर्यटक शामिल हैं।
रणोत्सव, पतंगोत्सव आदि उत्सवों को मिली विश्वस्तरीय लोकप्रियता
नरेन्द्र
मोदी ने कच्छ में सफेद रण (रेगिस्तान) का पर्यटन की दृष्टि से महत्व समझा
और वर्ष 2005 में ‘रणोत्सव’ की शुरुआत कराई। केवल तीन दिवसीय उत्सव के रूप
में शुरू हुआ रणोत्सव आज चार महीने के लंबे कार्यक्रम में परिवर्तित हो गया
है। गुजरात के उत्तरायण के त्योहार के प्रति देश-विदेश के लोगों को
आकर्षित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव की शुरुआत की गई थी।
अहमदाबाद स्थित कांकरिया तालाब परिसर में वर्ष 2009 से कांकरिया कार्निवल
हर वर्ष मनाया जाता है। इसके अतिरिक्त वडनगर की बहनों की स्मृति में
ताना-रीरी महोत्सव, मोढेरा स्थित सूर्य मंदिर परिसर में भारतीय नृत्य
संस्कृति को बढ़ाने के लिए उत्तरार्ध महोत्सव के कारण भी पर्यटकों की
संख्या में वृद्धि हुई है, तो वाइब्रेंट गुजरात नवरात्र महोत्सव के आयोजन
से गुजरात का नवरात्रि उत्सव तथा गरबा विश्व स्तर पर विख्यात हुए हैं।
‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ आकर्षण का केन्द्र
अखंड
भारत के निर्माता लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित
करने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन से गुजरात में
नर्मदा जिले के केवडिया में 182 मीटर यानी विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा
‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ (एसओयू) का निर्माण किया गया है। एसओयू के आसपास के
क्षेत्र में जंगल सफारी पार्क, चिल्ड्रन न्यूट्रिशन पार्क, आरोग्य वन, वैली
ऑफ फ्लॉवर्स, एकता मॉल, एकता नर्सरी, मियावाकी वन तथा मेज गार्डन सहित
विभिन्न पर्यटन आकर्षणों का विकास किया गया है। केवडिया में रेलवे स्टेशन
का निर्माण कर पर्यटकों को परिवहन के लिए सरल कनेक्टिविटी दी गई है। राज्य
सरकार द्वारा केवडिया का टोटल टूरिज्म डेवलपमेंट के रूप में विकास किया जा
रहा है।
स्मृति वन तथा वीर बाल स्मारक
26 जनवरी, 2001 के
विनाशकारी भूकंप के शिकार नागरिकों की स्मृति में कच्छ में स्मृति वन का
निर्माण किया गया। इसके अलावा कच्छ के भूकंप में अंजार शहर में मलबे में
दफन हो गए बच्चों तथा शिक्षकों की स्मृति में अंजार शहर के बाहर वीर बाल
स्मारक तैयार किया गया है।इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष
2022 में किया गया था।
टूरिज्म फ्रेंड्ली पॉलिसियाँ लागू हुईं
गुजरात
में पर्यटन क्षेत्र को गति देने के उद्देश्य से ‘गुजरात टूरिज्म पॉलिसी’
तथा राज्य की ऐतिहासिक विरासतों-इमारतों तथा स्थलों को हेरिटेज टूरिज्म
डेस्टिनेशन के रूप में प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ‘हेरिटेज टूरिज्म
पॉलिसी’ लागू की गईं। देश-विदेश के पर्यटक गुजरात की संस्कृति तथा परंपरा
से अवगत कराने और गुजराती व्यंजनों का स्वाद का आनंद उठाने के उद्देश्य से
राज्य सरकार ने ‘गुजरात होम स्टे पॉलिसी’ भी लागू की है। इससे स्थानीय
लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं। गुजरात की हस्तकला की समृद्ध
परंपरा को प्रमोट करने के लिए पर्यटन विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों में
हस्तकला उत्पादों के स्टॉल्स लगाने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया।
पर्यटन स्थलों को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान
पिछले
23 वर्षों में पाटण स्थित राणकी वावा (रानी की बावड़ी), धोळावीरा,
अहमदाबाद शहर तथा चाॅपानेर का यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की सूची
में समावेश हुआ है। यूनाइटेड नेशन्स एजेंसी वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन ने
कच्छ के धोरडो गांव को ‘बेस्ट टूरिज्म विलेज’ घोषित किया है। यूनेस्को ने
गुजरात के गरबा को ‘अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर’ की सूची में स्थान दिया है।
द्वारका में स्थित शिवराजपुर बीच को ‘ब्ल्यू फ्लैग बीच’ में स्थान प्राप्त
हुआ है। यूनेस्को के प्रिक्स वर्सेल्स अवॉर्ड अंतर्गत भुज का स्मृति वन
भूकंप मेमोरियल तथा म्यूजियम विश्व के 7 सर्वाधिक सुंदर म्यूजियम्स की सूची
में शामिल हुआ है।
तीर्थस्थलों का विकास
जूनागढ़ में
गिरनार स्थित एशिया के सबसे बड़े गिरनार रोप-वे का निर्माण किया गया, जिससे
श्रद्धालुओं, विशेषकर वरिष्ठ-बुजुर्गों के लिए माताजी के दर्शन सुलभ हुए
हैं। गुजरात के विश्व प्रसिद्ध यात्राधाम अंबाजी में 51 शक्तिपीठ का
निर्माण किया गया है। आद्यशक्ति धाम के दर्शन को आने वाले लाखों
श्रद्धालुओं को अब एक ही स्थान पर एक साथ सभी 51 शक्तिपीठों के दर्शन का
लाभ प्राप्त हो रहा है। पावागढ़ में माँ कालिका के नवनिर्मित मंदिर पर 500
वर्ष बाद स्वर्ण शिखर पर ध्वजारोहण किया गया है। सौराष्ट्र के समुद्री तट
पर स्थित प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ महादेव मंदिर में पर्यटकों के लिए
सुविधायुक्त सर्किट हाउस का निर्माण किया गया है। प्रसाद योजना अंतर्गत
सोमनाथ धाम में यात्रियों की सुविधाओं के लिए अनेक विकास कार्य हो रहे हैं।
जीएसआरटीसी ने स्लीपर कोच, एसी कोच तथा लंबी दूरी की यात्रा के लिए
उच्चतम् स्तरीय लग्जरी कोच सहित नए प्रकार की सेवाएँ शुरू कर विभिन्न
यात्राधामों को जोड़ा है। राज्य के विभिन्न यात्राधामों में सोलर रूफटॉप
लगाने का कार्य किया जा रहा है।
सिंधु दर्शन यात्रा यात्रियों को 15 हजार रुपये की सहायता
भारत
की विविधतापूर्ण संस्कृति की एकता का दर्शन कराने वाली ‘सिंधु दर्शन
यात्रा’ को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार सिंधु दर्शन यात्रा पर जाने
वाले गुजरात के यात्रियों को 15 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दे रही है।
गुजरात के वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थधामों के दर्शन कराने के लिए राज्य
सरकार ने श्रवण तीर्थ दर्शन योजना चलाई है।