हरिद्वार,। श्री तिलभाण्डेश्वर महादेव मंदिर का 32वां श्रावण मास
महोत्सव आज संत सम्मेलन के साथ मनाया गया। श्रावण मास के दाैरान चले इस
महोत्सव का समापन की शुरूआत गणेश पूजन के साथ हुई, जिसके बाद भगवान श्री
तिलभाण्डेश्वर महोदव का अभिषेक व सहत्र कमल पुष्पों से अर्चन किया गया।
इस
अवसर पर आयोजित श्रद्धालुओं को आशीर्वचन देते हुए मंदिर के श्रीमहंत
त्रिवेणी दास महाराज ने कहा कि भगवान शिव की लीलाएं अनन्त हैं और वे अपने
भक्ताें को क्षण भर में वह प्रदान कर सकते हैं, जिसकी वह कल्पना भी नहीं कर
सकता। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति पर विपत्ति आती है, तो उसे प्रभु
की कृपा मानकर सहर्ष स्वीकार करना चाहिए, क्योंकि भगवान उसी की परीक्षा
लेते हैं, जो उनके भक्त हाेते हैं और परीक्षा देने के योग्य होते हैं। ऐसे
में सभी परिस्थतियाें में प्रभु की कृपा समझते हुए उनका नाम जपते रहना
चाहिए।
समाराेह के अंतगर्त विशाल भण्डारे का भी आयोजन किया गया,
जिसमें सैकड़ाें संत, भक्त और श्रद्धालु शामिल हुए। इस अवसर पर म.म. स्वामी
हरिचेतनानंद, महंत श्याम प्रकाश, अशोक भारती, अरविन्द अग्रवाल, हरबंस
वत्स, भारत भूषण, सुन्दर सिंह मनवाल, प्रमोद, विनोद, मोहित, आचार्य दीपक,
रमेश, सतीश, हिमांशु चोपड़ा, अमित चावला, सचिन गुप्ता, विशाल सहित कई अन्य
प्रमुख लाेग रहे।