काल : दिन का आरंभ काल चौघड़िया से हो रहा है। यह अशुभ समय है। किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य की शुरुआत करने से सख्ती से बचें, क्योंकि शनिवार को यह विशेष रूप से हानिकारक माना जाता है।
शुभ : यह चौघड़िया धार्मिक, मांगलिक, अनुष्ठान और सामाजिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है। इस समय में किए गए कार्य संतोषजनक परिणाम देते हैं।
रोग : यह चौघड़िया रोग और कष्टों से जुड़ा होता है। इस समय में कोई बड़ा व्यवसाय शुरू करने, स्वास्थ्य संबंधी बड़ा फैसला लेने या यात्रा करने से बचना चाहिए।
उद्वेग : यह समय भी शुभ नहीं होता है, यह चिंता और अशांति लाता है। महत्वपूर्ण कागजी कार्रवाई, या प्रशासनिक कार्यों को इस अवधि में टाल देना चाहिए।
15 नवंबर 2025 दिन के अन्य चौघड़िया मुहूर्त
चर : दोपहर 12:04 बजे से 01:24 तक है। यह चौघड़िया सामान्य तौर पर शुभ होता है। इस समय यात्रा, वाहन या मशीनरी खरीदने जैसे गतिशील कार्य शुरू किए जा सकते हैं।
लाभ : दोपहर 01:24 बजे से 02:44 तक है। धन संबंधी मामलों, निवेश और व्यापार में वृद्धि के लिए यह समय उत्तम है। इसमें किए गए कार्य लाभ और सफलता दिलाते हैं।
अमृत : दोपहर 02:44 बजे से 04:05 तक है। यह चौघड़िया सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। सभी महत्वपूर्ण और स्थायी कार्य इस समय शुरू किए जा सकते हैं।
काल : शाम 04:05 बजे से 05:27 तक है। दिन का अंतिम चौघड़िया अशुभ काल वेला है। इसी समय राहु काल भी रहता है, इसलिए सूर्य अस्त होने से पहले किसी भी शुभ कार्य को पूर्ण कर लेना चाहिए।
शनिवार के दिन कर रहे हैं साढेसाती की विशेष पूजा, देखें आज दिन और रात का चौघड़िया मुहूर्त
शनिवार के दिन लोग शनिदेव की पूजा करते नजर आते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि हर
कोई चाहता है कि वो शनिदेव से जुड़ी समस्याओं को कम करने का प्रयास कर सके,
लेकिन ऐसा करना संभव नहीं है। ऐसे में एगर आप साढेसाती की पूजा करने के
बारे में सोच रही हैं, तो इसके लिए जरूरी है कि आप चौघड़िया मुहूर्त का खास
ध्यान रखें।
मुहूर्त के अनुसार क्या करें?
