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महाराष्ट्र में पांच चरण में मतदान कराने में चुनाव आयोग की भूमिका संदेहास्पद: शरद पवार


मुंबई । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद गुट) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि देश में सात चरणों और महाराष्ट्र में पांच चरणों में चुनाव करवाने में चुनाव आयोग की भूमिका संदेहास्पद है। इसके साथ ही चुनाव में मतदान का प्रतिशत घटना और भी चिंताजनक है।

एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा कि देश की जनता मोदी सरकार से नाराज है, इसी वजह से उनकी भीड़ हमारी सभाओं में दिखती है। मोदी को महाराष्ट्र में पिछले साल की तुलना में कम सीटें मिलेंगी। गर्म मौसम का असर मतदान पर पड़ रहा है। चुनाव आयोग को इस दिशा में उपाय योजना करने की जरुरत है।



शरद पवार ने सवाल उठाया कि चुनाव आयोग ने देश में सात चरणों में लोकसभा चुनाव क्यों कराये? इसका समाधानकारक उत्तर चुनाव आयोग नहीं दे सका है। महाराष्ट्र में भी इससे पहले कभी पांच चरण का मतदान नहीं हुआ था। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में अलग-अलग चरणों में चुनाव क्यों? एक चरण में भी चुनाव कराए जा सकते थे। मोदी बार-बार महाराष्ट्र आ रहे हैं ताकि उन्हें ज्यादा जगहों पर जाने का मौका मिल सके, जानबूझ कर पांच चरणों में चुनाव कराए गए।



शरद पवार ने दावा किया कि मतदान प्रतिशत कम होना भी चिंताजनक है। गर्म मौसम का असर है। शहरी मतदान में महाराष्ट्र के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। लोग मोदी सरकार से नाराज हैं। लोग हमारे दौरे में हिस्सा ले रहे हैं। शरद पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी केवल शरद पवार, उद्धव ठाकरे की आलोचना करते हैं। मोदी के पास लोगों को संतुष्ट करने के लिए कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वह गुमराह कर रहे हैं। मोदी के भाषण में 3-4 वाक्य हैं जो किसी के द्वारा लिखे गए हैं। स्थानीय मुद्दों के साथ अपना भाषण शुरू करना मोदी की शैली है लेकिन भाषण सिर्फ मुख्य मुद्दों से मतदाताओं को भटकाने वाला रहता है। भाषण में महंगाई, बेरोजगारी को छुआ तक नहीं किया जा रहा है। शरद पवार ने कहा कि हमें मतदान प्रतिशत बढ़ाने की जरूरत है कि क्यों लोग उदासीन हैं। हमें यह देखना होगा कि क्या यह मौसम का प्रभाव है। शरद पवार ने कहा कि देश की जनता सुजान है और वह इन सब बारीकियों को समझ रही है। चार जून को परिणाम अनपेक्षित रहने वाले हैं।