नई
दिल्ली,। हुबली में एक कांग्रेस नेता की बेटी की हत्या
पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखा हमला करते हुए कर्नाटक के
मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है।
सोमवार को भाजपा के
राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि हुबली की घटना दिल दहला देने
वाली थी। पूरा देश एक साथ आया कि इस पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन
खड़गे के दबाव में मुख्यमंत्री ने पद की शपथ भुला दी है। उन्होंने कहा कि
कांग्रेस 'न्याय' की बात करती है, लेकिन इस पीड़ित परिवार को 'न्याय' कब
मिलेगा?
सोमवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन
में गौरव भाटिया ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कर्नाटक में
कानून-व्यवस्था की ऐसी स्थिति है कि एक कांग्रेस नेता की बेटी सुरक्षित
नहीं है तो दूसरे की बेटी कैसे सुरक्षित होगी। इससे भी अधिक दुर्भाग्यपूर्ण
यह है कि वहां की सरकार कांग्रेस नेता नेहा के परिवार के साथ खड़े होने के
बजाय अपराधी की मानसिकता को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। नेहा के पिता ने
बयान दिया कि जांच अच्छी नहीं हो रही है। उन्हें सरकार पर कोई भरोसा नहीं
है। जांच पूरी होने से पहले मुख्यमंत्री कहते हैं कि यह लव जिहाद का मामला
नहीं है लेकिन इस मामले के सामने आने से राज्य की विफल कानून एवं व्यवस्था
सबके सामने है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी
नड्डा ने परिवार से मुलाकात की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि न्याय की
इस लड़ाई में हम उनके साथ हैं। इस घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं, विशेषकर राज्य के गृह मंत्री और
मुख्यमंत्री ने यह कहकर नेहा और उसके परिवार को अपमानित किया कि यह एक
प्रेम प्रसंग था, यह कितनी विकृत मानसिकता है। यह साफ है कि एनडीए-भाजपा को
400 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। विपक्ष खासकर आईएनडीआई गठबंधन और कांग्रेस
पार्टी में निराशा है। यह कहना गलत नहीं होगा कि इंडी गठबंधन और कांग्रेस
पार्टी का तीन सूत्री कार्यक्रम है- घोर तुष्टीकरण की राजनीति, हिंदू
विरोधी एजेंडा और भारत का विरोध करने वाले लोगों से हाथ मिलाना।