नई
दिल्ली,। लोकसभा चुनावों के दौरान भारतीय वायु सेना की भी
अहम भूमिका रही है। युद्ध और शांति काल में विभिन्न कार्य करने वाले वायु
सेना के परिवहन और हेलीकॉप्टर बेड़े को चुनावों के बीच प्रशासनिक मशीनरी को
एयरलिफ्ट करने के लिए तैनात किया गया था। वायु सेना के मीडियम लिफ्ट
हेलीकॉप्टरों (एमआई-17 वेरिएंट), लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टरों (चेतक) और
स्वदेशी रूप से निर्मित एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव ने इस
दौरान पर्याप्त उड़ान भरकर पोलिंग पार्टी को दूरस्थ स्थानों तक पहुंचाने और
वापस लाने का कार्य किया है।
वायु सेना का हवाई बेड़ा घरेलू और
अंतरराष्ट्रीय अभ्यासों के दौरान लड़ाकू सैनिकों को हवाई मार्ग से ले जाने
और शांतिकालीन भूमिका के अलावा राष्ट्र निर्माण की दिशा में कई कार्य करता
है। नागरिक शक्ति की सहायता में भारतीय वायुसेना विशेष रूप से सबसे आगे रही
है। हाल ही में हुए लोकसभा आम चुनाव के दौरान मीडियम लिफ्ट हेलीकॉप्टरों
(एमआई-17 वेरिएंट), लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टरों (चेतक) और स्वदेशी रूप से
निर्मित एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव ने पर्याप्त उड़ान भरी
हैं।
वायु सेना इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को पोलिंग
पार्टी के साथ एयरलिफ्ट करने और चुनाव ड्यूटी पर भारत के चुनाव आयोग
(ईसीआई) के कर्मियों को तैनात करने के कार्य में सक्रिय रूप से शामिल रही
है। आम चुनावों के दौरान भारतीय वायु सेना ने देश के दूरदराज के इलाकों तक
चुनाव कर्मियों की पहुंच बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जहां सड़क
मार्ग से आवाजाही एक सुरक्षा चिंता का विषय थी। यह कार्य समयबद्ध था,
क्योंकि मतदान अधिकारियों को चुनाव तिथि से दो दिन पहले प्रत्येक दूरस्थ
मतदान केंद्र तक पहुंचाने के साथ ही मतदान के बाद वापस लाना था।
भारतीय
वायु सेना ने आम चुनाव के सात चरणों में से पांच में महत्वपूर्ण भूमिका
निभाई, जिसमें 1750 से अधिक उड़ानों में 1000 घंटे से अधिक की उड़ान भरी।
सुरक्षा, मौसम, सड़क संपर्क आदि को ध्यान में रखते हुए परिसंपत्तियों के
उपयोग को अनुकूलित करने के लिए नोडल अधिकारियों के माध्यम से ईसीआई और
विभिन्न राज्यों के मुख्य चुनाव आयुक्तों (सीईसी) के साथ घनिष्ठ समन्वय के
माध्यम से यह कठिन कार्य पूरा किया गया। आम चुनाव के सुचारू संचालन की दिशा
में समग्र योजना में भारतीय सेना और बीएसएफ की हेलीकॉप्टर परिसंपत्तियों
को भी शामिल किया गया।