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पलामू सीएस के पत्र पर सरकारी अस्पतालों के लिए खरीदी गई दवाओं की हुई जांच


पलामू, । सरकारी अस्पताल के लिए खरीदी गई दवाओं की जांच के लिए पलामू के सिविल सर्जन ने पलामू के औषधि निरीक्षक को पत्र लिख कर दवाओं की गुणवत्ता की जांच कराने का निर्देश दिया था। निविदा के माध्यम से खरीदी गई दवाओं की विवरणी भी साथ में दी थी।

डा. अनिल ने रविवार को बताया कि पत्र के आलोक में दवाओं की जांच हुई। उन्होंने पूरी पारदर्शिता के साथ एलवन होने वाले फर्म से दवा की खरीद की। मगर फर्म के जरिये उपलब्ध कराई गई दवाओं की जांच उन्होंने इसलिए कराना उचित समझा कि जो दवा आपूर्ति की गई है, वह मानक के मुताबिक है या नहीं।

औषधि निरीक्षक ने जांच करने में देरी की। उन्होंने कहीं से कोई लापरवाही नहीं की है। अगर उनकी मंसा साफ नहीं होती तो वह औषधि निरीक्षक को दवाओं की सूची के साथ जांच का आदेश क्यों देते। इस मामले में कुछ लोग उनके साथ षडयंत्र कर रहे हैं। इसकी जांच होने पर स्पष्ट हो जाएगी कि इसमें कौन गलत और कौन सही है।

डा. अनिल ने कहा कि आपूर्ति कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

खरीदी गई दवा मानक के अनुरूप नहीं

पलामू स्वास्थ्य विभाग की जांच में अब तक 21 दवा सबस्टैंडर्ड मिले हैं। गत सोमवार को 18 दवा सब स्टैंडर्ड पायी गयी थी। पलामू ड्रग इंस्पेक्टर को मिली रिपोर्ट में अब इसकी सूची बढ़कर 21 तक पहुंच गई है। पलामू के ड्रग इंस्पेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के स्टोर रूम एवं तरहसी सीएचसी से 62 अलग-अलग प्रकार की दवा का सैंपल लिया था। सभी दवा को जांच के लिए सेंट्रल लैब कोलकाता भेजा गया था। सेंट्रल लैब की तरफ से धीरे-धीरे रिपोर्ट उपलब्ध करवाई जा रही है। इस रिपोर्ट में अब तक 21 दवाओं को सब स्टैंडर्ड पाया गया है। सभी दवा मानक के अनुरूप नहीं हैं और मरीज को यह नुकसान पहुंचा सकते थे।

डा. अनिल कुमार ने बताया कि गुजरात की एक कंपनी ने टेंडर के बाद दवा सप्लाई का कार्य शुरू किया था। पलामू स्वास्थ्य विभाग ने सप्लाई हुई दवाओं के सैंपल लिये थे और जांच के लिए भेज दिया था। पलामू स्वास्थ्य विभाग ने पूरे मामले में कार्रवाई के लिए भी लिखा है। कंपनी से दवाओं को वापस लेने के लिए भी कहा है।

पलामू स्वास्थ्य विभाग के सिविल सर्जन के अनुसार यह दवा मरीजों के बीच वितरण नहीं की गयी थी, बल्कि जिला के स्टोर रूम और सीएचसी के स्टोर रूम में रखी गयी थी, क्योंकि जनवरी में जांच के लिए औषधि निरीक्षक को पत्र लिख कर दवाओं की जांच का आदेश दिया गया था। जांच रिपोर्ट सही आने के बाद ही दवाओं को वितरण किया जाता है।

पलामू के औषधि निरीक्षक कैलाश मुंडा ने बताया कि कई दवाओं की रिपोर्ट आनी बाकी है। अब तक 21 दवा सब स्टैंडर्ड मिली है। 46 दवाओं की रिपोर्ट जल्द आने की उम्मीद है।