कैथल। जिला परिषद चेयरमैन दीप मलिक जाखौली के खिलाफ सोमवार
को अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। अविश्वास प्रस्ताव पर 19 जुलाई को
वोटिंग हुई थी। हाई कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद परिणाम पर रोक लगा दी गई थी।
साेमवार काे परिणाम घाेषित कर दिया
गया। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 20 में से 17 पार्षदों ने मतदान किया गया था।
दीपक
मलिक उर्फ दीप जखोली विधानसभा चुनाव के दौरान ही कांग्रेस पार्टी में
शामिल हुए थे। जिला परिषद के चेयरमैन दीपक मलिक उर्फ दीप जाखौली के खिलाफ
लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर 19 जुलाई को वोटिंग हुई थी। वोटिंग के लिए
जिला परिषद के 20 पार्षदों में से केवल 17 पार्षद ही जिला परिषद भवन
पहुंचे। चेयरमैन दीप मलिक समेत अन्य तीन पार्षद बैठक में नहीं पहुंचे थे।
इसके बाद पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के आदेश के चलते वोटिंग के रिजल्ट की
घोषणा नहीं की गई थी। सोमवार को गणना के बाद जिला पंचायत चेयरमैन दीपक
मलिक के खिलाफ
अविश्वास प्रस्ताव पारित हाे गया। इस माैके पर एडीसी, डीएमसी और जिला परिषद की सीईओ मौजूद रहे।