भोपाल। भोपाल में नगर निगम के हाउसिंग फोर ऑल प्रोजेक्ट में हो
रही लेटलतीफी से परेशान हितग्राहियों ने सोमवार को आईएसबीटी निगम ऑफिस का
घेराव कर दिया। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का पोस्टर लेकर हितग्राहियों
ने आइएसबीटी निगम ऑफिस के बाहर जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी ऑफिस के
अंदर घुसने लगे तो पुलिस ने रोक दिया। गुस्साए लोग गेट के सामने ही धरने पर
बैठे गए। विरोध बढ़ता देख निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण मौके पर पहुंचे तो
लोगों ने उन्हें घेर लिया। कमिश्नर ने लोगों को समझाया और कहा कि जल्द ही
सभी को मकान दिए जाएंगे।
सोमवार को निगम के हाउसिंग के
12 नंबर, बाग मुगालिया-गंगानगर के अधूरे प्रोजेक्ट के विरोध में सैकड़ों की
संख्या में पहुंचे हितग्राहियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान
मकान के लिए कई महिलाएं अपने नन्हें बच्चे को साथ लेकर पहुंची। वहीं
प्रदर्शन के दौरान जैसे ही निगम कमिश्नर मौके पर पहुंचे लोगों ने उनका
घेराव कर दिया। दरअसल नगर निगम के गंगानगर, 12 नंबर, भानपुर समेत कई जगहों
प्रोजेक्ट चल रहे हैं। पीएम आवास योजना के तहत मकान बन रहे हैं, लेकिन काम
में लेटलतीफी आम लोगों पर भारी पड़ रही है। लोगों ने इस उम्मीद में फ्लैट्स
या सिग्लेक्स मकान बुक कराए थे कि उन्हें जल्दी पजेशन मिल जाएगा, लेकिन कई
जगहों पर प्रोजेक्ट को सालों बीत चुके हैं। बावजूद लोगों का अपने घर का
सपना पूरा नहीं हो रहा है।
विरोध का रहे लोगों का कहना है कि
सालों से अगल-अलग दफ्तरों में अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई
सुनवाई नहीं हो रही। लोगों ने कहा कि मल्टी बनाने के काम की चाल बहुत ही
धीमी है। यदि यही रफ्तार रही तो घर मिलने में वर्षों लग जाएंगे। नगर निगम
कार्यालय में जवाबदार मोबाइल पर कॉल रिसीव नहीं करते। यदि रिसीव कर भी लें
तो सही जवाब नहीं देते। मकान के किराए के साथ बैंक की किश्त भी भरनी पड़
रही है। जिससे आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है। विरोध प्रदर्शन के दौरान निगम
कमिश्नर हरेंद्र नारायण जैसे ही ऑफिस पहुंचे तो एक व्यक्ति उनके कदमों में
गिरकर रोने लगा। उसने कमिश्नर से कहा कि सालों से भटक रहा हूं, मकान नहीं
मिला। मुझे मकान दे दो। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने व्यक्ति को संभाला।
कमिश्नर ने लोगों को समझाया और कहा कि जल्द ही सभी को मकान दिए जाएंगे।
मौके पर निरीक्षण को दौरान लोगों की समस्या सुनने का भी आश्वासन दिया है।