BREAKING NEWS

logo

भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर जबलपुर में भव्य जनजातीय गौरव दिवस, मुख्यमंत्री डॉ. यादव करेंगे शुभारंभ



जबलपुर, । भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस का राज्य स्तरीय भव्य समारोह आज शुक्रवार को मप्र की संस्‍कारधानी जबलपुर में आयोजित किया जा रहा है, जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे। इस आयोजन में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से निकली जनजातीय गौरव रथ यात्राएँ जबलपुर पहुंचेंगी, जहाँ पारंपरिक वेशभूषा और लोकवाद्यों के साथ बड़ी संख्या में जनजातीय समुदाय अपनी संस्कृति और परंपरा का प्रदर्शन करेगा। समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के नर्मदा जिले से वर्चुअल रूप से कार्यक्रम को संबोधित करेंगे और विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। यह कार्यक्रम पूरे देश में विभिन्न राज्य स्तरीय आयोजनों से जुड़कर राष्ट्रीय स्तर पर जनजातीय गौरव और योगदान का संदेश देगा।

समारोह में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह सहित अनेक जनप्रतिनिधि और जनजातीय समाज के प्रमुख प्रतिनिधि शामिल होंगे। राज्य सरकार ने इस आयोजन को जनजातीय संस्कृति के सम्मान और उनकी उपलब्धियों के प्रदर्शन का बड़ा मंच बनाने के उद्देश्य से अनेक गतिविधियों की रूपरेखा तैयार की है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव इस अवसर पर जनजातीय गौरव को दर्शाने वाली एक विस्तृत प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे, जिसमें महानायक भगवान बिरसा मुंडा के जीवन, संघर्ष और आदिवासी समाज को दी गई दिशा को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा। प्रदर्शनी में रानी दुर्गावती, शंकर शाह-रघुनाथ शाह, टंट्या भील जैसे स्वतंत्रता संग्राम के जनजातीय नायकों के जीवन प्रसंग भी शामिल होंगे। यह प्रदर्शनी जनजातीय समाज के गौरवपूर्ण इतिहास और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का माध्यम बनेगी।

मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में जनजातीय धर्मगुरुओं का सम्मान करेंगे तथा खेल, शिक्षा, कला, सामाजिक सेवा सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियाँ हासिल करने वाले जनजातीय प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया जाएगा। इसमें अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेटर सुश्री क्रांति गौड़, लंदन में राज्य सरकार की सहायता से अध्ययन कर रहे श्रीआसाराम पलवी और रवि मेड़ा, तथा लिसेस्टर विश्वविद्यालय में अध्ययनरत जनजातीय युवाओं को भी विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा।

कार्यक्रम स्थल पर भारत सरकार और मध्यप्रदेश सरकार की जनजाति कल्याण से संबंधित योजनाओं, उपलब्धियों और नए प्रयासों को प्रदर्शित करने के लिए अलग-अलग थीम आधारित स्टॉल लगाए जा रहे हैं। जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से जुड़ी डिजिटल सामग्री, पारंपरिक व्यंजन, जनजातीय उद्यमियों के स्टार्टअप, एक जिला–एक उत्पाद योजना के स्टॉल, प्राकृतिक खेती तथा श्रीअन्न के मॉडल, स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, वनोपज आधारित उत्पाद और रोजगारमूलक गतिविधियों का भी व्यापक प्रदर्शन किया जाएगा। बैगा, कोल, गोंड, भारिया और सहरिया जनजातियों की विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान दर्शाने वाले स्टाल भी आकर्षण का केंद्र बनेंगे।

सम्मान समारोह में जिन प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाएगा उनमें डिंडोरी जिले के धुरकुटा गाँव के पद्मश्री अर्जुन सिंह धुर्वे प्रमुख हैं, जिन्होंने जनजातीय लोकगीतों और नृत्य को राष्ट्रीय पहचान दिलाने का कार्य किया है। डिंडोरी के ही पाटनगढ़ गाँव के पद्मश्री भज्जू सिंह श्याम ने पारंपरिक गोंडी चित्रकला को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है और जनजातीय कला के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। समनापुर विकासखंड की श्रीमती फुलझरिया बाई को देशज अनाजों के बीज संरक्षण और उत्पादन संवर्धन के लिए सम्मानित किया जाएगा, जबकि इसी क्षेत्र की श्रीमती उजियारो बाई को जल संरक्षण के उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मान मिलेगा।

खेल क्षेत्र में सुश्री रागिनी मार्को को 2023–24 में आर्चरी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विक्रम अवॉर्ड मिल चुका है और उन्हें समारोह में विशेष सम्मान दिया जाएगा। वहीं सुश्री सृष्टि सिंह को अंतरराष्ट्रीय आर्चरी प्रतियोगिताओं ग्रैंड प्रिक्स भूटान में स्वर्ण पदक और आर्चरी वर्ल्ड कप स्टेज-4 में सहभागिता के लिए सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जनजातीय छात्र-छात्राओं को शंकर शाह एवं रानी दुर्गावती मेधावी विद्यार्थी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कार्यक्रम के दौरान कई महत्वपूर्ण विकास कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण भी करेंगे। इसमें छिंदवाड़ा जिले के हर्रई, खमारपानी और दमुआ में सांदीपनि विद्यालयों का लोकार्पण, जबलपुर की कुंइम तहसील में संयुक्त तहसील एवं अनुभागीय अधिकारी कार्यालय का लोकार्पण और विभिन्न श्रेणियों में विभागीय आवासों का उद्घाटन शामिल है। साथ ही छिंदवाड़ा जिले के हर्रई, अमरवाड़ा, मलाजखंड और परसवाड़ा में 50 से 100 सीटर छात्रावासों के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन भी किया जाएगा। इन नई सुविधाओं से जनजातीय अंचलों में शिक्षा, प्रशासनिक सेवाओं और छात्रावासीय व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने में मदद मिलेगी।

उल्‍लेखनीय है कि जबलपुर में आयोजित यह राज्य स्तरीय समारोह न सिर्फ जनजातीय गौरव और संस्कृति का संगम बनेगा बल्कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री यादव की जनजातीय समाज के प्रति प्रतिबद्धता का भी सशक्त संदेश देगा। जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा, कला, खेल, रोजगार और बुनियादी विकास को गति देने वाले ये कदम प्रदेश में जनजातीय उत्थान के नए युग की शुरुआत के रूप में देखे जा रहे हैं।