जयपुर। राजस्थान में सात सीटों पर हाेने वाले विधानसभा
उपचुनाव को लेकर भाजपा के छह उम्मीदवाराें की सूची आने के साथ ही चार सीटों
पर विरोध सामने आ गया। सलूंबर, झुंझुनुं, रामगढ़ और देवली-उनियारा में
टिकट कटने वाले नेता और उनके समर्थक विरोध कर रहे हैं। प्रदेश में सात सीट
पर 13 नवंबर को उप चुनाव होने है। अब पार्टी ने नाराज नेताओं को मनाने की
जिम्मेदारी विधानसभा प्रभारियों को दी गई। अब प्रभारी नाराज नेताओं
से बात करके उन्हें मनाने की कोशिश करेंगे।
सलूंबर विधानसभा सीट पर
भाजपा ने दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी को टिकट दिया
है। यहां टिकट की दावेदारी कर रहे नरेंद्र मीणा ने बगावत कर दी है।
उन्होंने कहा कि 20 साल धैर्य रखा। अब बैठक बुलाई है, जो समर्थक कहेंगे,
वहीं निर्णय लूंगा। रविवार को समर्थकों के बीच पहुंचे नरेंद्र मीणा फूट-फूट
कर रोने लगे थे। मीणा को सोमवार दोपहर चार्टर प्लेन से निम्बाहेड़ा विधायक
श्रीचंद कृपलानी और वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी जयपुर लेकर पहुंचे। यहां
सीएमआर में सीएम भजनलाल शर्मा ने नाराज नरेंद्र मीणा से बात की। टिकट नहीं
मिलने से नाराज चल रहे नरेंद्र मीणा से सीएम भजनलाल शर्मा ने मुलाकात की।
इसके बाद नरेंद्र मीणा ने वीडियो जारी किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं और
समर्थकों से कहा कि सीएम ने मुझे जयपुर बुलाया। मैंने आपकी भावनाएं उनके
सामने रखी। सीएम ने मेरी बात सुनी। उसके बाद अपनी बात रखी है। उनकी बातों
को लेकर मैं आपके बीच आ रहा हूं। किसी को किसी भी प्रकार का भ्रम पालने की
आवश्यकता नहीं है। सलूम्बर के नरेंद्र मीणा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से
जयपुर मे शिष्टाचार भेंट की। मीना ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से
मुलाक़ात के बाद साेशल मीडिया पर लिखा कि मैं पार्टी के प्रति समर्पित हूँ
और पूरी जीतोड़ मेहनत के साथ भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को सलूम्बर
में जिताएंगे। मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि दो सीटों पर सुगबुगाहट
(नाराजगी) थी और हमारा जो एक कार्यकर्ता सुगबुगाहट कर रहा था। उसकी शीर्ष
नेतृत्व से जयपुर में मुलाकात हुई है। वहीं दूसरी सुगबुगाहट भी जल्द ही
जयपुर में हमारे नेताओं से मुलाकात करती दिखाई देगी। हमारे अंदर किसी तरह
का अंतर्विरोध नहीं है। हम पूरी ताकत और क्षमता के साथ चुनावी मैदान में
उतरेंगे और सफलता प्राप्त करेंगे।
रामगढ़ और झुंझुनूं सीट पर सुखवंत
सिंह और राजेंद्र भांबू को उम्मीदवार बनाया है। इसके बाद दोनों सीटों पर
विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे जय आहूजा और बबलू चौधरी ने विरोध शुरू कर
दिया। बबलू चौधरी ने 23 अक्टूबर को नामांकन भरने का फैसला किया है।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट शेयर कर लिखा कि मैं निर्दलीय उम्मीदवार
के तौर पर झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल करने जा रहा हूं।
झंझुनूं सीट पर भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर बबलू चौधरी ने बागी तेवर
दिखाने शुरू कर दिए हैं। रविवार को उनके आवास पर बैठक भी हुई थी। इसके बाद
उन्हें मनाने के लिए विधानसभा प्रभारी अविनाश गहलोत और सुमित गोदारा को
भेजा गया है। हालांकि बबलू चौधरी ने 23 अक्टूबर को नामांकन भरने का फैसला
किया है।