नई
दिल्ली,। महंगाई के मोर्चे पर आम आदमी को बड़ी राहत देने
वाली खबर है। खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में घट कर कई साल के निचले स्तर
0.25 फीसदी पर आ गई है। ये वर्तमान उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई)
श्रृंखला का सबसे निचला स्तर है।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम
कार्यान्वयन मंत्रालय ने बुधवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ)
की ओर से जारी आंकड़ों में बताया कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरों में
कटौती और सब्जियों एवं फलों की कीमतों में नरमी के कारण खुदरा महंगाई दर
(मुद्रा स्फीति) में यह गिरावट आई है।
एनएसओ की ओर से जारी आंकड़ों
के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा महंगाई दर
अक्टूबर में घट कर 0.25 फीसदी पर आ गई है। सितंबर माह में यह 1.44 फीसदी
और अक्टूबर, 2024 में 6.21 फीसदी थी। इस तरह सितंबर, 2025 की तुलना में
अक्टूबर, 2025 की मुख्य मुद्रा स्फीति में 119 आधार अंकों की कमी आई है। यह
वर्तमान सीपीआई श्रृंखला की वर्ष-दर-वर्ष सबसे कम महंगाई है।
राष्ट्रीय
सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर में खाद्य
महंगाई घट कर शून्य से नीचे 5.02 फीसदी पर आ गई है। एनएसओ ने कहा कि
अक्टूबर, 2025 के दौरान कुल महंगाई और खाद्य मुद्रा स्फीति में गिरावट
मुख्य रूप से जीएसटी दर में कटौती, अनुकूल आधार प्रभाव एवं तेल एवं वसा,
सब्जियों, फलों, अंडे, जूते, अनाज, परिवहन व संचार की महंगाई दर में नरमी
के कारण आई है।

