स्टॉक मार्केट में स्टैनबिक एग्रो की प्रीमियम एंट्री, लिस्टिंग के बाद लगा अपर सर्किट
नई
दिल्ली । एग्रीकल्चरल कमोडिटीज की मैन्युफैक्चरिंग,
होलसेलिंग और सप्लाई का काम करने वाली कंपनी स्टैनबिक एग्रो के शेयरों ने
आज स्टॉक मार्केट में मजबूत एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर
दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 30 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे।
आज
बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 6 प्रतिशत प्रीमियम के साथ
31.75 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद लिवाली शुरू हो जाने के कारण
कंपनी के शेयर थोड़ी ही देर में उछल कर 33.33 रुपये के अपर सर्किट लेवल तक
पहुंच गए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में कंपनी के आईपीओ नवेशक 11.10
प्रतिशत के फायदे में नजर आ रहे हैं।
स्टैनबिक एग्रो का 12.28 करोड़
रुपये का आईपीओ 12 से 16 दिसंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस
आईपीओ को निवेशकों की ओर से भी एवरेज रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये
ओवरऑल 1.49 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें नॉन इंस्टीट्यूशनल
इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 1.27 गुना सब्सक्रिप्शन आया
था।
इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 1.70 गुना सब्सक्राइब
हो सका था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 40.92 लाख नए शेयर
जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने नए
रिटेल आउटलेट खोलने, ब्रोकरेज चार्जेस का भुगतान करने, सिक्योरिटी डिपॉजिट
करने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों
में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो कैपिटल मार्केट
रेगुलेटर सेबी के पास जमा कराए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस
(डीआरएचपी) में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई
है।
वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 1.02 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ
था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 1.85 करोड़ रुपये और 2024-25
में उछल कर 3.74 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की कुल
आय 98 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट)
से बढ़ कर 52.49 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई।
मौजूदा वित्त
वर्ष 2025-26 की बात करें तो पहली छमाही यानी अप्रैल से सितंबर 2025 की
अवधि में कंपनी को 2.22 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हो चुका है। इसी तरह इस
अवधि में कंपनी को 35.55 करोड़ रुपये की कुल आय हासिल हो चुकी है।
पहली
छमाही के बाद यानी सितंबर 2025 के आखिरी में कंपनी पर 10 लाख रुपये का कर्ज
था, जबकि इस अवधि में कंपनी के रिजर्व और सरप्लस अकाउंट में 9.74 करोड़
रुपये पड़े हुए थे।
