एग्जिम रूट्स की स्टॉक मार्केट में एंट्री, प्रीमियम लिस्टिंग के बाद लोअर सर्किट का झटका
नई
दिल्ली: रद्दी कागज का कलेक्शन करने और रिसाइकलिंग के
लिए उन्हें मिलों को सप्लाई करने का काम करने वाली कंपनी एग्जिम रूट्स के
शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में जबरदस्त एंट्री की। आईपीओ के तहत कंपनी के
शेयर 88 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे।
आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर
इसकी लिस्टिंग 25 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 110 रुपये के स्तर पर हुई।
लिस्टिंग के बाद खरीदारी के सपोर्ट से ये शेयर उछल कर 114.50 रुपये के स्तर
पर पहुंचा,
लेकिन इसके बाद बिकवाली शुरू हो जाने के कारण थोड़ी देर में ही
ये गिर 104.50 रुपये के लोअर सर्किट लेवल पर आ गया। इस तरह पहले दिन के
कारोबार में कंपनी के आईपीओ निवेशक लोअर सर्किट लगने के बावजूद 18.75
प्रतिशत के फायदे में नजर आ रहे हैं।
एग्जिम रूट्स का 43.73 करोड़
रुपये का आईपीओ 12 से 16 दिसंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस
आईपीओ को निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल
15.23 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स
(क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 19.11 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
वहीं नॉन
इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 22.43 गुना
सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 9.94
गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 5 रुपये फेस वैल्यू वाले
49,69,600 नए शेयर जारी किए गए हैं।
आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का
इस्तेमाल कंपनी अपने एरिस प्लेटफॉर्म को डेवलप और मेंटेन करने, ऑफिस स्पेस
के लिए निवेश करने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट
उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो
कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास जमा कराए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग
प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत
लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 37 लाख रुपये का
शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 4.20 करोड़ रुपये
और 2024-25 में उछल कर 7.56 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान
कंपनी की कुल आय 82 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड
एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 120.99 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई।
मौजूदा
वित्त वर्ष 2025-26 की बात करें, तो पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून 2025
की अवधि में कंपनी को 1.17 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हो चुका है। इसी तरह
इस अवधि में कंपनी को 44.17 करोड़ रुपये की कुल आय हासिल हो चुकी है।
पहली
तिमाही के बाद यानी जून 2025 के आखिरी में कंपनी पर 5.10 करोड़ रुपये का
कर्ज था, जबकि इस अवधि में कंपनी के रिजर्व और सरप्लस अकाउंट में 15.71
करोड़ रुपये पड़े हुए थे।
