पटना,।पटना में भारतीय डाक विभाग की ओर से आयोजित तीन दिवसीय
बिहार डाक टिकट प्रदर्शनी के दूसरे दिन शुक्रवार को प्रदेश के ग्रामीण
विकास मंत्री श्रवण कुमार ने डाक विभाग के द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के
लिए पूरे विभाग को धन्यवाद दिया। उन्होंने समाज के विकास के लिए किये जाने
वाले इस प्रकार के प्रदर्शनी की जम कर तारीफ़ की ।
मंत्री श्रवण
कुमार ने कहा कि वे डाकघर से बहुत करीब से जुड़े हुए है एवं इसकी सुविधाए
वास्तव में इस प्रकार लगती है कि किसी कार्यालय के द्वारा नहीं बल्कि घर की
सुविधाये है ।
मंत्री ने कहा कि यदि किसी भी नेक कार्य को मन से
किया जाये तो सफलता जरुर मिलती है। विलीन होती परम्पराओं को पुनः जीवित
करने के लगातार पहल के लिए उन्होंने डाक विभाग की सराहन की ।
मंत्री
ने कहा कि हमें अपने कला को निखारने के लिए बहुत परिश्रम करना चाहिए।
कंप्यूटर एवं मोबाइल का प्रयोग केवल आवश्यकता पर ही करना चाहिए। उन्हें
अपने कला पर कभी हावी नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने यह भी इच्छा जारी की
कि विभाग नालंदा के गिलास ब्रिज पर भी डाक टिकट जारी करे ।
मौके पर
मुख्य अतिथि आचार्य किशोर कुनाल ने भी डाक विभाग के द्वार दी जाने वाली
सुविधाओं को सराहा तथा विभाग द्वारा सनातन धर्म की विशेषताओं को
प्रमाणिकताओं के साथ आगे बढ़ाने के किये धन्यवाद दिया । उन्होंने हमारे
प्राचीन वेद और उपनिषद के वर्तमान समय में वैज्ञानिक पहलुओं की भी चर्चा
की तथा बताया की आज विश्व के कई देशों में इन पर लगातार शोध हो रहा है।
उन्होंने बताया कि वेद उपनिषदों के अनेकों रचनाओं का उद्गम हमारे बिहार ही
रहा है। गायत्री मंत के रचयिता महर्षि विश्वामित्र बिहार के ही थे।