जयपुर। जयपुर के अजमेर हाईवे पर शुक्रवार सुबह दिल्ली पब्लिक
स्कूल के सामने बीपीसीएल के एलपीजी टैंकर को ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे
के बाद लगी भीषण आग में 7 लोग जिंदा जल गए, जबकि 34 लोग झुलस गए। अस्पताल
प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक एसएमएस अस्पताल में प्रातः 11 बजे तक
हादसे में घायल 34 लोग भर्ती हैं। इनमें 5 वेंटिलेटर पर हैं। सात लोगों की
अब तक मौत हो चुकी है।
चिकित्सा मंत्री के निर्देश पर अस्पताल में
नवनिर्मित अत्याधुनिक वार्ड घायलों के उपचार के लिए डेडिकेट कर दिया है।
साथ ही, कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। आग में झुलसने से अति गंभीर
व्यक्तियों की पहचान एवं परिजनों की सहायता के लिए सूचना एवं प्रौद्योगिकी
विभाग से भी एक टीम नियोजित की गई है, जो आधार नंबर, थंब इंप्रेशन एवं अन्य
सूचनाओं के आधार पर सहायता उपलब्ध करवा रही है।
स्थानीय लोगों ने
बताया कि आग इतनी तेज थी कि उसकी लपटें काफी ऊंची उठ रही थी। इसकी वजह से
बड़ी संख्या में पक्षी भी जलकर मर गए। आग के कारण पूरे क्षेत्र में गैस फैल
गई, जिससे करीब 5 घंटे तक लोगों को घुटन और आंखों में जलन का सामना करना
पड़ा।
टैंकर के पीछे चल रही एक स्लीपर बस जलकर खाक हो गई। वहीं, एक
पाइप फैक्ट्री में भी आग लगी है। घटना में तीन दर्जन से अधिक गाड़ियां आग
की चपेट में आ गईं। इनमें से कई गाड़ियों में बैठे लोग बाहर नहीं निकल सके।
धमाके और आग के कारण हाईवे बंद कर दिया गया।
घटनास्थल पर एलपीजी
गैस फैलने के कारण राहत कार्य में बाधा आ रही है। मौके पर पहुंची दमकल टीम
को आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। रेस्क्यू में लगे सदस्यों ने
मास्क पहनकर अभियान चलाया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री
प्रेमचंद बैरवा और चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर घटनास्थल और
एसएमएस अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायलों से मुलाकात कर राहत कार्यों का
जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि घायलों के इलाज
में कोई कसर न छोड़ी जाए।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह
डोटासरा भी घायलों का हाल जानने एसएमएस अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा, "यह
बहुत दर्दनाक स्थिति है। राजस्थान और पूरे देश को इससे सबक लेना चाहिए।
किसी भी जरूरतमंद को मदद पहुंचाने के लिए हम सरकार के साथ खड़े हैं।"
जानकारी
के अनुसार अजमेर से जयपुर की ओर आ रहा एलपीजी से भरा टैंकर सुबह करीब 5:44
बजे दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने यू-टर्न ले रहा था। इसी दौरान जयपुर से आ
रहा एक ट्रक टैंकर से टकरा गया। टक्कर के कारण टैंकर के चार नोजल टूट गए,
जिससे एलपीजी लीक होकर फैल गई और आग लग गई।
गेल इंडिया के फायर एंड
सेफ्टी डीजीएम सुखांत कुमार सिंह ने बताया कि बीपीसीएल का एलपीजी से भरा
टैंकर जा रहा था, जिसे लोडेड कंटेनर ने आकर टक्कर मारी। इसके बाद टैंकर के
चार नोजल टूट गए, जिससे लिक्विड रूप में एलपीजी फैल गई और आग पकड़ ली।
क्योंकि जब टक्कर लगी तो स्पार्क हुआ है।
प्रत्यक्षदर्शी मोहन लाल
ने बताया कि हादसे के बाद सुबह 6 बजे तक धमाके होते रहे। सड़क पर जो भी
गाड़ियां थीं, सभी जल गईं। आग इतनी भीषण थी कि हमें दूर भागना पड़ा। उनका
भांजा हरिलाल भी इस हादसे में झुलस गया है। उसका एसएमएस अस्पताल में इलाज
चल रहा है।"
मेडिकल एजुकेशन के सचिव अंबरीश कुमार ने बताया कि
अस्पताल में बड़ी संख्या में घायल लाए गए हैं। इनमें से कई मरीज 70 प्रतिशत
तक झुलसे हुए हैं। उन्होंने कहा, "हम हर घायल को बचाने का प्रयास कर रहे
हैं। सभी के परिजनों को सूचित किया जा रहा है।"
पुलिस ने भांकरोटा
क्षेत्र में करीब दो किलोमीटर तक ट्रैफिक बंद कर दिया है। जली हुई गाड़ियों
की पहचान और उन्हें हाईवे से हटाने का काम जारी है।