रांची। झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने गुरुवार शाम
4.11 बजे हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ
दिलायी। हेमंत सोरेन ने राज्य के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।
यह उनका मुख्यमंत्री के रूप में यह चौथा कार्यकाल होगा। शपथ ग्रहण समारोह
को लेकर मोरहाबादी मैदान पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
नगर
के मोहराबादी मैदान पर आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल संतोष गंगवार
के मंच पर पहुंचने के बाद राष्ट्रगान हुआ। इसके बाद राज्यपाल संतोष कुमार
गंगवार ने हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ
ग्रहण समारोह के दौरान मंच पर हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन एवं मां रूपी
सोरेन मौजूद रहीं। पिता के ठीक बगल में हेमंत सोरेन तो उनकी मां के बगल
में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौजूद बैठी थी। मंच पर हेमंत
सोरेने के बगल में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे,
विपक्ष के नेता राहुल गांधी बैठे। गांधी के ठीक बगल में हेमंत सोरेन की
पत्नी व विधायक कल्पना सोरेन मौजूद रहीं। इसके अलावा अखिलेश यादव, तेजस्वी
यादव, अरविंद केजरीवाल समेत इंडी गठबंधन के राष्ट्रीय व प्रदेश स्तरीय तमाम
नेता मौजूद रहे। यह मंच इंडी गठबंधन की एकजुटता का एहसास करा रहा था।
उल्लेखनीय
है कि झारखंड विधानसभा चुनाव में इंडी गठबंधन को ऐतिहासिक जीत मिली है।
जेएमएम, कांग्रेस, आरजेडी और भाकपा-माले को 81 में से 56 सीटों पर जीत
मिली। इसमें जेएमएम को 34, कांग्रेस को 16, आरजेडी को 4 और भाकपा-माले को 2
सीटें मिली हैं। इस चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक
गठबंधन (राजग) को 24 सीट मिली हैं। इस बार के विधानसभा के चुनाव में हेमंत
सोरेन के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन की यह बड़ी जीत है। जेएमएम का यह अब तक
का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
हेमंत सोरेन के नाम दर्ज हुए कई राजनीतिक रिकॉर्ड
हेमंत
सोरेन के झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही राजनीतिक इतिहास में
उनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हो गए। वह राज्य के 24 वर्षों के अब तक के इतिहास
में चार बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले पहले राजनेता बन गए। इसके
पहले उनके पिता शिबू सोरेन और भारतीय जनता पार्टी के अर्जुन मुंडा तीन-तीन
बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ चुके हैं।
हेमंत सोरेन ने पहली
बार 13 जुलाई 2013 को झामुमो, कांग्रेस, राजद गठबंधन के सहयोग से बनी सरकार
में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इस सरकार का कार्यकाल 23 दिसम्बर 2014
तक था। दूसरी बार उन्होंने 29 दिसम्बर 2019 को शपथ ली थी। 31 जनवरी 2024 को
ईडी की गिरफ्तारी के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
जमानत पर बाहर आने के बाद 4 जुलाई 2024 को उन्होंने तीसरी बार मुख्यमंत्री
पद की शपथ ली थी। हेमंत सोरेन का नाम झारखंड के ऐसे पहले मुख्यमंत्री के
तौर पर दर्ज हो रहा है, जिन्होंने लगातार दूसरी बार सरकार में वापसी की है।
बरहेट
सीट से लगातार तीसरी बार जीते हैं हेमंत सोरेन ने विधानसभा चुनाव में
हेमंत सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गमलियल हेम्ब्रम को 39,791
मतों के अंतर से हराकर बरहेट सीट पर जीत दर्ज की। इससे पहले सोरेन दो बार
इसी सीट से विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं।