नई
दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उत्तरी जिले के
बुराड़ी में कल शाम ढही निर्माणाधीन चारमंजिला बिल्डिंग के मलबे से दो शव
निकाले गए हैं। राहत और बचाव अभियान जारी है। मलबे में कुछ और लोगों के
फंसे होने की आशंका है। अबतक 12 लोगों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया है।
बनकर तैयार इस इमारत के ढह जाने से कई तरह के सवाल खड़े होते हैं।
घायलों
में तीन पुरुषों को ट्रामा सेंटर रेफर किया है। मलबे से निकले दो शव में
एक बच्ची का है। उसका नाम राधिका बताया गया है। सीएमओ नीरज मीणा और भाजपा
सांसद मनोज तिवारी और विधायक संजीव झा का जायजा लेने पहुंचे। सांसद तिवारी
ने कहा, इमारत का निर्माण पूरा हो चुका था। फिनिशिंग के लिए पीओपी की जा
रही थी।
पुलिस के मुताबिक, मलबे में 10 से 15 लोग फंसे हुए थे। 12
लोगों को रेस्क्यू किया गया है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर है। घायलों को
अस्पताल भेजा गया है। उनकी हालत खतरे से बाहर है। पुलिस और एनडीआरएफ ने कहा
है कि अभी भी कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका है। हादसे के लिए जो भी
जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री आतिशी ने
एक्स पर लिखा, "बुराड़ी में इमारत गिरने की यह घटना बेहद दुखद है। मैंने
स्थानीय प्रशासन से बात की है कि राहत और बचाव कार्य तेजी से सुनिश्चित
किया जाए। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जाएगी।" आम आदमी पार्टी के
राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, "यह घटना बेहद दुखद है।
बुराड़ी विधायक संजीव झा को निर्देश दिए हैं कि तुरंत पार्टी कार्यकर्ताओं
के साथ वहां जाकर राहत और बचाव कार्य में प्रशासन की मदद करें।"
इस
हादसे पर उत्तरी जिले के डीसीपी राजा बांठिया का कहना है कि यह बिल्डिंग
हाल ही में बनी थी। एक से डेढ़ साल पहले इसका निर्माण शुरू हुआ था। इसमें
कोई स्थायी निवासी नहीं था। केवल श्रमिकों का आना-जाना था। सोमवार शाम करीब
6:52 बजे पीसीआर कॉल आई थी कि कौशिक एन्क्लेव बुराड़ी में एक बिल्डिंग गिर
गई है। सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल की टीम मौके पर पहुंची।